मैंने परी नहीं देखी , परन्तु माँ को देखा है ।
कोई कल्पना नहीं , ये मेरी भाग्य रेखा है ।
क्या कोई परी होगी , जो मेरी माँ से सुन्दर हो ?
बिलकुल नहीं , माँ तुम्हीं ममता का समंदर हो ।
तुमसे बढ़कर न हुआ , कोई भी न होगा ,
मुझमें समाई माँ , तुम मेरे मन के अंदर हो ।
मातृ दिवस की विश्व भर की सभी माताओं को ढेरों शुभकामनाएं ।
सीमा सचदेव
कोई कल्पना नहीं , ये मेरी भाग्य रेखा है ।
क्या कोई परी होगी , जो मेरी माँ से सुन्दर हो ?
बिलकुल नहीं , माँ तुम्हीं ममता का समंदर हो ।
तुमसे बढ़कर न हुआ , कोई भी न होगा ,
मुझमें समाई माँ , तुम मेरे मन के अंदर हो ।
मातृ दिवस की विश्व भर की सभी माताओं को ढेरों शुभकामनाएं ।
सीमा सचदेव
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